खास खबर
कोरोना की मार से कराहने लगीं हूरें और उनके खुशामदी!

दुनिया के सबसे पुराने पेशे के लिए भी कम विलेन नहीं यह नया कोरोना
शकुन रघुवंशी
फरीदाबाद। जिस्मफरोशी को दुनिया का पहला धंधा कहा जाता है। कोई कुछ भी कहे लेकिन गंदा होने के बावजूद यह धंधा है और खूब फलता फूलता धंधा है। इस धंधे को सेवा उद्योग की श्रेणी में रखा जाए तो बुरा भी नहीं मानना चाहिए। बेशक सरकारें गाहे बगाहे उनको नाचने गाने के नाम पर लाइसेंस पहले भी देती रही हैं, यह जानते हुए कि यहां पर नाचने गाने के अलावा बहुत कुछ होगा ही।
इस धंधे में जो सेवा देती हैं न, वो सेवा लेने वालों के लिए किन्हीं हूरों, परियों या अप्सराओं से कम नहीं हैं। बेशक उन्हें समाज में इज्जत की नजरों से नहीं देखा जाता है। इसीलिए उन्हें अपनी पहचान छुपा कर यह धंधा करना पड़ता है। और हां, उनकी सर्विस फिक्स करने वालों को दलाल या पिम्प कहा जाता है। डीलर नहीं कहा जाता है, अन्य धंधों की तरह। मैं उन्हें खुशामदी ही कहना चाहूंगा क्योंकि खुशामद से ही इनका घर चलता है।
फिल्मी लगती है लोगों को रोगमुक्त कराने वाले डाक्टर की कहानी
जानकार बता रहे हैं कि इनका धंधा लगभग बंद पड़ा है। इस कोरोना लॉकडाउन काल में यह हूरें और उनके खुशामदी कराहने लगे हैं। क्यों? क्योंकि धंधा ठप सा हो गया है। यदि आप सोच रहे हैं कि इसके पीछे लॉकडाउन या आवाजाही में रोड़ा अटकाने वाले बेरिकेट्स कारण होंगे तो आप अपनी गलत फहमी को जितना जल्द दूर करेंगे उतना अच्छा होगा।
इसके पीछे कारण हैं पीएम नरेंद्र मोदी। उन्होंने ही तो कहा है कि -जान है तो जहान है। मतलब जिंदा बचोगे तो ही इस दुनिया को देख पाओगे। बेशक कुछ लोगों को मरने के बाद हूरें, अप्सराएं चाहिए। लेकिन इन हूरों को तो जीते जी जहान चाहिए
हालात यह है कि जो खुशामदी व्हाट्सऐप पर हूरों के फोटो भेजता था, वो भी आज कस्टमर को जवाब नहीं दे रहा है। हालात यह हैं कि उन्होंने कोठियां (जहां हूरें रहती हैं) खाली करना शुरू कर दिया है।
डिजिटली ट्रेंड अभिभावक करेंगे परंपरागत ट्यूशन को रिप्लेस
बेशक इस मंदी और लॉकडाउन के कोरोना काल में बची खुची या फंसी हूरों, मैडम और खुशामदियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भरोसेमंद कस्टमर को कोठी पर ही दावत के लिए बुला लेते हैं।
समझ रहे हैं न, उन्हीं कस्टमर को जिनकी फेसवैल्यू है। लेकिन इस फैसवैल्यू वाले कस्टमर को अब रेट भी ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।
वो इकनॉमी का सिद्धांत है न डिमांड एंड सप्लाई वाला। हां, वही लागू हो गया है। सर्विस की कीमत बढ़ गई है। ठीक वैसे ही, जैसे आजकल तस्करी की शराब तीन गुने रेट पर बिक रही है। शराब की लॉबी बेशक सरकार पर ठेके खोलने का दबाव बना रही हो और सरकार भी खर्चे पूरे न होने की भूमिका जमा चुकी हो।
लेकिन यह हूरें लॉबिंग के लिए तैयार नहीं हैं। क्योंकि इन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का निर्णय खुद लिया है क्योंकि जान है तो जहान है। वैसे भी इन हूरों ने इस जरायम पेशे को इसलिए स्वीकार किया था क्योंकि इन्हें जीते जी जहान चाहिए।
खास खबर
अम्बेडकर मेधावी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन 20 तक

फरीदाबाद। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग, अन्त्योदय एस.ई.डब्ल्यू.एस द्वारा चलाई जा रही डा. बी आर अम्बेडकर मेधावी छात्रवृत्ति संशोधित योजना के वर्ष 2022-23 में छात्र / छात्राओं की छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र विभागीय वेबसाईट https://schemes.haryanascbc.gov.in पर प्राप्त करने की अन्तिम तिथि 10 फरवरी 2023 निश्चित की गई थी। अब 20 अप्रैल 2023 त्रुटि दूर करके आवेदन पत्रों को ऑनलाइन कर सकते है।
जबकि वर्ष 2022- 2023 में प्राप्त जिन आवेदन पत्रों में त्रुटि पाई गई थी। ऐसे आवेदन पत्रों को त्रुटि के कारण सहित सैंड बैंक कर दिया गया था। ऐसे छात्र / छात्रा अपने सैंड बैंक आवेदन पत्र में दर्शाई गई त्रुटि को https://schemes.haryanascbc.gov.in की ऑनलाइन साईट पर Citizen Login के ऑप्शन पर जाकर स्वयं व सी०एस०सी० सेंटर / अंत्योदय केंद्र के माध्यम से पर सरल आईडी व पासवर्ड 123456 भरकर अपलोड करवाना सुनिश्चित करें।
जिला कल्याण अधिकारी राजबीर शर्मा ने बताया कि इस दौरान यदि कोई भी छात्र / छात्रा अपने आवेदन पत्र की त्रुटि दूर नहीं कर पाया तो उस आवेदन पत्र को निश्चित तिथि के बाद रद्द माना जायेगा। जिनके लिये निम्न विवरण शर्तों का पालन किया जाना है। उक्त योजना के तहत छात्र/छात्रा द्वारा पास की गई कक्षा की मार्कशीट, रिहायशी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता, अगली कक्षा का आई०डी० कार्ड तथा माता-पिता या अभिभावक की 04 लाख से कम का आय प्रमाण होना अनिवार्य है। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।
अधिक जानकारी के लिये जिला कल्याण अधिकारी, कार्यालय कमरा न 408-409, चौथी मंजिल लघु सचिवालय सेक्टर 12 में 0129-2285175 पर सम्पर्क करें।
खास खबर
खेल नर्सरियों के लिए आवेदन 13 अप्रैल तक

– आवेदन पत्र व नियम- शर्तें विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध
– एक संस्थान में 2 से अधिक नर्सरियां नहीं होगी आवंटित
– संस्थान के पास खेल विशेष का आधारभूत ढांचा व उपकरण हो उपलब्ध
फरीदाबाद । डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा सत्र 2023-24 में सरकारी तथा निजी शिक्षण संस्थानों तथा निजी खेल संस्थानों ,निजी खेल अकादमियां, निजी खेल प्रशिक्षण केन्द्रों में खेल नर्सरियां चलाने के लिए 13 अप्रैल 2023 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।
डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि खेल नर्सरी चलाने के जिला के इच्छुक सरकारी तथा निजी शिक्षण संस्थान तथा निजी खेल संस्थान अपना आवेदन पत्र विभागीय नियम व शर्तों अनुसार 13 अप्रैल तक जिला खेल अधिकारी के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।जिला खेल अधिक देवेन्द्र गुलिया ने बताया कि खेल नर्सरी हेतु आवेदन पत्र तथा नियम व शर्तें विभागीय वेबसाईट haryanasports.gov.in पर अपलोड की गई हैं। निर्धारित तिथि 13 अप्रैल के पश्चात् प्राप्त होने वाले आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किये जायेंगे। एक संस्थान में दो से अधिक खेल नर्सरियां आवंटित नहीं की जायेंगी। खेल नर्सरी हेतु केवल वहीं संस्थान आवेदन कर सकते हैं, जिनके पास खेल विशेष का आधारभूत ढांचा व खेल उपकरण उपलब्ध हों। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्यदिवस में स्थानीय खेल परिसर सेक्टर-12 में स्थित जिला खेल कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।
खास खबर
जमशेदपुर में हिंसा के बाद इंटरनेट बंद

दो गुटों में पत्थरबाजी और फायरिंग के बाद धारा 144 लागू, सुरक्षा बलों का फ्लैग मार्च
डेस्क | झारखंड के जमशेदपुर में झंडा विवाद पर दो दिन के तनाव के बाद सोमवार को हालात काबू में हैं। सुरक्षा बलों ने सुबह कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक में फ्लैग मार्च किया। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर इंटरनेट बंद कर दिया। इस बीच, पुलिस ने अब तक 60 लोगों को अरेस्ट किया है। रविवार देर रात इस इलाके में फिर माहौल बिगड़ गया। दो गुटों में जमकर पथराव हुआ। मामला बिगड़ा तो एक गुट ने पुलिस पर भी पत्थर फेंके। करीब 8 राउंड फायरिंग भी की। जवाब में पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की। पत्थरबाजी में ट्रैफिक DSP कमल किशोर समेत कई पुलिस वाले घायल हो गए।
सिटी एसपी के.विजयशंकर ने बताया कि भाजपा नेता अभय सिंह को रविवार को जमशेदपुर में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अबतक कुल 57 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। 120 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। टीम दुकानों की आग बुझाती हुई।
दरअसल, शनिवार की रात रामनवमी के झंडे के खंभे में मांस का टुकड़ा मिलने को लेकर रविवार रात हनुमान मंदिर में हिंदु संगठनों की बैठक हो रही थी। इसी दौरान एक गुट ने मंदिर में बैठक कर रहे लोगों पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया। तीन घंटे तक बवाल हुआ।
प्रशासन ने क्या कहा
उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की कोशिश की है। प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रख रहा है। अपील है कि किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।