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25 मई को प्रदेशभर में प्रदर्शन करेंगे बिजली कर्मचारी

फरीदाबाद। सरकार व बिजली निगम प्रबंधकों पर मांगों की अनदेखी करने और निजीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए बिजली कर्मचारियों ने प्रदेशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन करने का ऐलान किया है। आंदोलन का यह ऐलान ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के प्रदेशव्यापी आह्वान पर मंगलवार को नगर निगम आडिटोरियम में आयोजित सर्कल स्तरीय सम्मेलन में बोलते हुए ईईएफआई व एएचपीसी वर्कर यूनियन के प्रधान सुभाष लांबा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी व डिप्टी जरनल सेकेट्री जितेन्द्र तेवतिया ने किया। सर्कल सचिव कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में बल्लभगढ़, एनआईटी,ओल्ड व ग्रेटर फरीदाबाद यूनिटों से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया।
इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया व एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन के निर्णयानुसार 25 मई को प्रदेश भर में सब डिवीजन स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। आंदोलन के अगले चरण में 2 जून से 22 अगस्त तक डिवीजनों पर धरने प्रदर्शन होंगे। अगले चरण में 29 अगस्त से 19 सितंबर तक सभी चीफ इंजीनियर कार्यालयों पर प्रदर्शन किये जायेगे। इसके बाद भी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो 22 सितंबर से बिजली मंत्री के सिरसा स्थित कैंप कार्यालय पर महापड़ाव शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर 18 अक्टूबर तक बिजली मंत्री ने कोई सुनवाई नहीं की तो 19 अक्टूबर को बिजली मंत्री के कैंप कार्यालय का घेराव किया जाएगा। एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने बिजली कर्मचारियों से 28 मई को एसकेएस द्वारा जींद में आयोजित रैली में भी बढ़ चढ़कर शामिल होने का आह्वान किया।
आंदोलन की मांगे निम्न हैं
प्रदेशव्यापी आंदोलन में हरियाणा कौशल रोजगार निगम भंग कर डीसी रेट आउटसोर्स ठेका कर्मियों को नियमित करने, नियमित होने तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, बिजली संशोधन बिल 2022 को वापस लेने, पीएफआरडीए एक्ट रद्द कर पुरानी पेंशन बहाल करने, ईएसआई से बहार हो चुके ठेका कर्मियों व उनके आश्रितों को मेडिकल बिलों की क्षतिपूर्ति करने, एनएमपी के नाम पर जारी निजीकरण की नीति पर रोक लगाने, एक्स ग्रेसिया रोजगार स्कीम में लगाई गई शर्तों को हटाकर मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने और यह सुविधा ठेका कर्मियों को भी प्रदान करने,वर्क लोड के अनुसार नए पद सृजित कर सभी खाली पड़े पदों को पक्की भर्ती से भरने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया। सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में संकल्प लिया कि जब तक इन मांगों का समाधान नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा।
सम्मेलन में निम्न पदाधिकारी मौजूद थे
सर्कल स्तरीय सम्मेलन में एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी,उप प्रधान सुभाष लांबा,सुदाम पाल,
पूर्व उप प्रधान सतपाल नरवत, सीसी सदस्य डालचंद शर्मा, विनोद कुमार, संजय सैनी, सुशील शर्मा व रामचरण,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान करतार सिंह, यूनिट कमेटी के पदाधिकारी भूपसिंह, गिरिश राजपूत, सुरेन्द्र शर्मा,डिगबर डागर, रामकेश, धर्मेंद्र तेवतिया, देवेन्द्र त्यागी, यूनिट कमेटियों के पूर्व नेता रामभरोसे, परमाल सिंह व फूलमन भारती आदि मौजूद थे।
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नीति और नीयत के खरे बनने की शपथ लें वकील – राजश्री

नए वकीलों को संबोधित करने पहुंचीं आईजी क्राइम राजश्री सिंह
फरीदाबाद। नए युवा वकील अपने प्रोफेशन में ऊंचाई छूना चाहते हैं तो अपनी नीति और नीयत में खरे बनने की शपथ लें। यह बात हरियाणा की पुलिस आईजी क्राइम राजश्री सिंह ने कही। वह ऑल इंडिया बार एक्जामिनेशन (एआईबीई) पास करने वाले युवा वकीलों के लिए आयोजित बैंड सेरेमनी एवं समाज में वकीलों का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रही थीं। इसका आयोजन ग्रेटर फरीदाबाद के आईएमटी कॉलेज में लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम एवं जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
राजश्री सिंह ने कहा कि एक वकील के पास जो भी आता है, वह कहीं न कहीं से पीडि़त होता है, पीड़ा में होता है। ऐसे में वकील को चाहिए कि वह उस व्यक्ति को राहत देने का प्रयास करे, न कि किसी प्रकार से उसका कष्ट बढ़ाये। वकीलों को चाहिए कि वह अपराध करके आए व्यक्ति की भी पहचान करे कि क्या उससे अपराध गलती में, बचाव में अथवा उन्माद में हो गया है अथवा वह स्वभाववश अपराधी है। इस प्रकार आप सही व्यक्ति को न्याय दिला सकेंगे। राजश्री ने अपने जीवन की कहानी भी युवा वकीलों को सुनाई जिससे सभी बड़े प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि जीवन में पढऩे का महत्व है लेकिन गढऩे का उससे भी ज्यादा है। इस अवसर पर डीएसपी सीएम फ्लाइंग राजेश चेची ने कहा कि वकीलों को प्रोफेशनल अपराधियों से बचना चाहिए। वहीं जीवा समूह के संस्थापक ऋषिपाल चौहान ने कहा कि हमारा कोई भी कर्म देश के आचार विचार व्यवहार में नकारात्मक प्रभाव डालने वाला न हो।

इससे पहले यहां पहुंचने पर आईजी राजश्री सिंह का लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम के चेयरमैन राजेश खटाना एडवेकेट, फरीदाबाद बार एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एडवोकेट राजेश बैंसला, आईएमटी के निदेशक डॉ रवि हांडा, वरिष्ठ वकील अश्वनी त्रिखा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विकास वर्मा, प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक जॉर्ज व अन्य द्वारा शॉल एवं बुके से स्वागत किया गया। मंच का संचालन शिक्षाविद प्रेरक प्रो डॉ एमपी सिंह ने किया।
कार्यक्रम में फरीदाबाद बार एसोसिएशन के सचिव ओमदत्त शर्मा, एडवोकेट विजय शर्मा, टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संदीप सेठी, प्रोफेसर डॉ आर एन सिंह, सतेंद्र दुग्गल, एडीए राजकुमार नागर, समाजसेवी डॉ हेमंत अत्री, सेंसर बोर्ड के सदस्य आदित्य राजपूत, प्रीति चंचल, संदीप खटाना, जितेंद्र खटाना, सबनम, करिश्मा, नीतीश नागर, चन्द्र गंभीर, राजू बेदी आदि अनेक प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे। एडवोकेट राजेश खटाना और एडवोकेट संदीप सेठी ने आए हुए मेहमानों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भीअधिवक्ताओं के कल्याण के लिए ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की बात कही।
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एनडीए, एनए व सीडीएस की परीक्षा 16 को, डीसी ने की रिहर्सल

फरीदाबाद में बनाए 16 परीक्षा केंद्रों के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर नियुक्त
फरीदाबाद। जिलाधीश विक्रम सिंह ने कहा कि यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए, एनए व सीडीएस 2023 की लिखित परीक्षा में कोई भी कोताही न बरते। जो भी दोषी पाए उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही करें।
डीसी विक्रम सिंह आज मंगलवार को दोपहर बाद सेक्टर-12 के कन्वेंशन हाल में परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए आयोजित रिहर्सल में ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर को टिप्स दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल रविवार को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा फरीदाबाद में एनडीए, एनए व सीडीएस की 2023 की लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। लिखित परीक्षा के आयोजन के लिए जिला फरीदाबाद में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा की पवित्रता तथा कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए केंद्र वार ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर की नियुक्तियां की गई हैं। वहीं लिखित परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अन्य अधिकारियों द्वारा सभी ऑफिसर एवं मजिस्ट्रेट को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
विक्रम सिंह ने कहा कि यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएँ। परीक्षा केंद्रो में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रों के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी है।
बता दें कि एसडीएम बङखल पंकज सेतिया को परीक्षाओं का नोडल अधिकारी लगाया गया है। वहीं पुलिस विभाग के एसीपी सतपाल सिंह ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों और अन्य अधिकारियों के लिए पुलिस फोर्स की ड्यूटिया लगा दी गई है। वहीं परीक्षा केन्द्रों पर महिला पुलिस फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है।
रिहर्सल में एडीसी अपराजिता, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बङखल पंकज सेतिया, सीटीएम अमित मान, एसीपी सतपाल सिंह, जिला तहसीलदार नेहा सारण, नायब तहसीलदार अजय कुमार, कर्ण कुमार सहित शिक्षा और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।