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पीडि़ता के आंसुओं के साथ न्याय की आस भी पड़ रही धीमी

एक महीना बीत जाने के बाद भी नहीं हुई बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी
समाज में पुलिस प्रशासन के नजरिए के प्रति बढ़ रहा रोष, कैंडल मार्च और धरना प्रदर्शन का लेंगे सहारा
शकुन रघुवंशी
फरीदाबाद। पीडि़ता होना किसी के वश में नहीं है लेकिन उसके दर्द को कम करना किसी न किसी की जिम्मेदारी जरूर होती है। हालांकि दर्द की दवा देने वाला ही मुंह फेर ले तो न्याय की आस जरूर धीमी हो जाती है। बल्लभगढ़ में भी ऐसा होता दिखाई दे रहा है, जिससे समाज में रोष है।
गत 12 अप्रैल 22 को बल्लभगढ़ के आर्य नगर में अपनी जीजी जीजा के साथ किराये पर रहने वाली नाबालिग लडक़ी के साथ मकान मालिक के ही लडक़े ने रेप किया और किसी को कुछ भी बताए जाने पर जान से मारने की धमकी दी। 14 साल की बच्ची ने जुल्म की दास्तां शाम घर पहुंचे जीजी जीजा को बताई, जिसके बाद उन्होंने थाना शहर बल्लभगढ़ में अपनी शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर संख्या 186 दिनांक 12 अप्रैल 22 को अगली कार्रवाई के लिए महिला थाने भेज दिया गया। लेकिन इस मामले में धीमी गति के कारण परिजनों में आक्रोश है। पीडि़ता के जीजा बदन सिंह का कहना है कि जांच का हर कार्य धीमी गति से किया जा रहा है। हमारे अधिकार हमें नहीं दिए जा रहे हैं और एक महीना बीत जाने के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहा है। पीडि़ता के जीजा का कहना है कि उन्हें एक महीना बीत जाने के बाद अभी तक न बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट दी गई है और न ही मजिस्ट्रेट के सम्मुख दिए 164 के बयानों की कॉपी ही दी गई है। जिससे हमारा पुलिस पर विश्वास उठता जा रहा है।
इस मामले में समाज से भी आवाजें उठने लगी हैं। समाजसेवी बबलू हुड्डा का कहना है कि एक बिना मां बाप की बेटी किसी प्रकार अपने जीवन को जीने का प्रयास करती है और दरिंदा उसके ही घर में उसकी अस्मत से खेल गया। हुड्डा ने कहा कि पुलिस न्याय में देरी कर बलात्कार की शिकार नाबालिग के आंसू पौंछने की बजाय उसे ही पीड़ा पहुंचा रही है। जिससे न्याय की आस सूखती जा रही है। लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए धरना, प्रदर्शन का सहारा लेंगे, कैंडल मार्च निकालेंगे लेकिन उसे न्याय जरूर दिलवाएंगे।
इस बारे में एसएचओ शहर बल्लभगढ़ का कहना है कि जांच रिपोर्ट न देने की बात सही नहीं हो सकती है। अभी जांच अधिकारी मंतोष छुट्टी पर है। उसके आते ही मामले की जानकारी लूंगा और आरोपी को भी गिरफ्तार कर लेंगे। वहीं पीडि़ता के जीजा बदन सिंह का कहना है कि एक तरफ पुलिस कार्रवाई को धीमी गति से चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उनपर समझौते के लिए दबाव डाला जा रहा है। लेकिन हम झुकने वाले नहीं हैं।
फोटो- सांकेतिक फोटो
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नीति और नीयत के खरे बनने की शपथ लें वकील – राजश्री

नए वकीलों को संबोधित करने पहुंचीं आईजी क्राइम राजश्री सिंह
फरीदाबाद। नए युवा वकील अपने प्रोफेशन में ऊंचाई छूना चाहते हैं तो अपनी नीति और नीयत में खरे बनने की शपथ लें। यह बात हरियाणा की पुलिस आईजी क्राइम राजश्री सिंह ने कही। वह ऑल इंडिया बार एक्जामिनेशन (एआईबीई) पास करने वाले युवा वकीलों के लिए आयोजित बैंड सेरेमनी एवं समाज में वकीलों का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रही थीं। इसका आयोजन ग्रेटर फरीदाबाद के आईएमटी कॉलेज में लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम एवं जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
राजश्री सिंह ने कहा कि एक वकील के पास जो भी आता है, वह कहीं न कहीं से पीडि़त होता है, पीड़ा में होता है। ऐसे में वकील को चाहिए कि वह उस व्यक्ति को राहत देने का प्रयास करे, न कि किसी प्रकार से उसका कष्ट बढ़ाये। वकीलों को चाहिए कि वह अपराध करके आए व्यक्ति की भी पहचान करे कि क्या उससे अपराध गलती में, बचाव में अथवा उन्माद में हो गया है अथवा वह स्वभाववश अपराधी है। इस प्रकार आप सही व्यक्ति को न्याय दिला सकेंगे। राजश्री ने अपने जीवन की कहानी भी युवा वकीलों को सुनाई जिससे सभी बड़े प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि जीवन में पढऩे का महत्व है लेकिन गढऩे का उससे भी ज्यादा है। इस अवसर पर डीएसपी सीएम फ्लाइंग राजेश चेची ने कहा कि वकीलों को प्रोफेशनल अपराधियों से बचना चाहिए। वहीं जीवा समूह के संस्थापक ऋषिपाल चौहान ने कहा कि हमारा कोई भी कर्म देश के आचार विचार व्यवहार में नकारात्मक प्रभाव डालने वाला न हो।

इससे पहले यहां पहुंचने पर आईजी राजश्री सिंह का लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम के चेयरमैन राजेश खटाना एडवेकेट, फरीदाबाद बार एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एडवोकेट राजेश बैंसला, आईएमटी के निदेशक डॉ रवि हांडा, वरिष्ठ वकील अश्वनी त्रिखा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विकास वर्मा, प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक जॉर्ज व अन्य द्वारा शॉल एवं बुके से स्वागत किया गया। मंच का संचालन शिक्षाविद प्रेरक प्रो डॉ एमपी सिंह ने किया।
कार्यक्रम में फरीदाबाद बार एसोसिएशन के सचिव ओमदत्त शर्मा, एडवोकेट विजय शर्मा, टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संदीप सेठी, प्रोफेसर डॉ आर एन सिंह, सतेंद्र दुग्गल, एडीए राजकुमार नागर, समाजसेवी डॉ हेमंत अत्री, सेंसर बोर्ड के सदस्य आदित्य राजपूत, प्रीति चंचल, संदीप खटाना, जितेंद्र खटाना, सबनम, करिश्मा, नीतीश नागर, चन्द्र गंभीर, राजू बेदी आदि अनेक प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे। एडवोकेट राजेश खटाना और एडवोकेट संदीप सेठी ने आए हुए मेहमानों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भीअधिवक्ताओं के कल्याण के लिए ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की बात कही।
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किसने कहा जाति छोडो, भारत जोड़ो | WhiteMirchi
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एनडीए, एनए व सीडीएस की परीक्षा 16 को, डीसी ने की रिहर्सल

फरीदाबाद में बनाए 16 परीक्षा केंद्रों के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर नियुक्त
फरीदाबाद। जिलाधीश विक्रम सिंह ने कहा कि यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए, एनए व सीडीएस 2023 की लिखित परीक्षा में कोई भी कोताही न बरते। जो भी दोषी पाए उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही करें।
डीसी विक्रम सिंह आज मंगलवार को दोपहर बाद सेक्टर-12 के कन्वेंशन हाल में परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए आयोजित रिहर्सल में ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर को टिप्स दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल रविवार को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा फरीदाबाद में एनडीए, एनए व सीडीएस की 2023 की लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। लिखित परीक्षा के आयोजन के लिए जिला फरीदाबाद में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा की पवित्रता तथा कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए केंद्र वार ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर की नियुक्तियां की गई हैं। वहीं लिखित परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अन्य अधिकारियों द्वारा सभी ऑफिसर एवं मजिस्ट्रेट को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
विक्रम सिंह ने कहा कि यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएँ। परीक्षा केंद्रो में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रों के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी है।
बता दें कि एसडीएम बङखल पंकज सेतिया को परीक्षाओं का नोडल अधिकारी लगाया गया है। वहीं पुलिस विभाग के एसीपी सतपाल सिंह ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों और अन्य अधिकारियों के लिए पुलिस फोर्स की ड्यूटिया लगा दी गई है। वहीं परीक्षा केन्द्रों पर महिला पुलिस फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है।
रिहर्सल में एडीसी अपराजिता, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बङखल पंकज सेतिया, सीटीएम अमित मान, एसीपी सतपाल सिंह, जिला तहसीलदार नेहा सारण, नायब तहसीलदार अजय कुमार, कर्ण कुमार सहित शिक्षा और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।