वाह ज़िन्दगी
घोड़े पर बैठकर जब चलते हैं अग्रसेन, बच्चा-बच्चा कहता हम इनकी देन
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महाराज अग्रसेन का जन्म क्षत्रिय समाज में हुआ था। अग्रसेन राजा बल्लभसेन के पुत्र थे। इनका जन्म द्वापर युग के राम राज्य में हुआ था। राजा राम प्रजा के हित में कार्य करते थे। राम के सिधांत पर चलकर महाराजा अग्रसेन इतिहास में अमर हुए हैं। अग्रसेन महाराज अपने विचारों एंव कर्मठता के बल पर समाज को एक नई दिशा दी। जिससे भारतीय समाज में समाजवाद एंव व्यापार का महत्व सभी ने समझा। इसी कारण भारत सरकार ने 24 सितम्बर 1976 को सम्मान के रूप में 25 पैसे क् टिकट पर महाराज अग्रसेन की आकृति डलवाई। भारत सरकार ने 1995 में जहाज लिया जिसका नाम अग्रसेन रखा गया था। आज भी दिल्ली में बावड़ी हैं जिसमें उनसे जुड़े तथ्य रखे गए हैं।
अपने दिन को बनाना हो खुशहाल तो…
महाराज अग्रसेन क्षत्रिय समाज में जन्म होने के बावजूद अग्रवाल अर्थात वैश्य समाज के जनक कहे जाते हैं। क्षत्रिय समाज में अग्रसेन के जन्म के समय आहुति के रूप में पशुओं की बलि दी जाती थी जिसे अग्रसेन महाराज पसंद नही करते थे इसलिए उन्होनें क्षत्रिय धर्म त्याग कर वैश्य धर्म स्वीकार किया था। राजा अग्रसेन ने वैश्य जाति का जन्म ते कर दिया लेकिन इसे व्यवस्थित करने के लिए 18 यज्ञ हुए और उनके आधार पर ही गौत्र बनाए गए जिससे भव्य अग्रवाल समाज का निर्माण हुआ।
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आप गली गली हनुमान चालीसा क्यों पढ़ रहे हैं?
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7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है
7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है | WhiteMirchi
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स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज से मिले
फरीदाबाद। जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति के फरीदाबाद जिलाध्यक्ष अमर बंसल छाडिया की अगुवाई में अन्य सदस्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज(अयोध्या वाले) से वृंदावन जाकर मिले और उनसे आशीर्वाद लिया तथा उन्हें रामेश्वरम धाम मे होने जा रही श्री राम कथा के लिए भी आमत्रंण दिया इस मौके पर अमर बंसल ने बताया कि पुज्य स्वामी राघवाचार्य जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के भी गुरूजी है और उनकी पारिवारिक कथा भी वे ही करते है। उन्होनें बताया कि पिछले साल बद्रीनाथ जी धाम मे जो सबसे पहली भागवत कथा हुई थी वह उन्हीें के सानिध्य में हुई थी। इस वर्ष दूसरी श्री राम कथा सितम्बर माह मे रामेश्वरम धाम मे उन्हीें के सानिध्य में होने जा रही है। इस कथा मे भी देश के कोने कोने से लगभग 150 परिवार कथा सुनने के लिए रामेश्वरम धाम पहुंचेगे। श्री बसंल ने बताया कि जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति, का लक्ष्य चारो धाम पर कथा करवाने का है। इस मौके पर रान्ती देव गुप्ता,अनूप गुप्ता,प्रेम पसरीजा,सतीश गर्ग,अनिल गर्ग,सुरेश गोयल,कैलाश शर्मा सेक्टर-11 व दिनेश गोयनका उपस्थित थे।