Connect with us

वाह ज़िन्दगी

श्री सिद्घदाता आश्रम में सबके लिए निशुल्क भोजन

mm

Published

on

श्री सिद्घदाता आश्रम में हर आने वाले के लिए भोजन की व्यवस्था
एक घंटे में दो हजार चपातियां बनाती चपाती मेकर मशीन

whitemirchi.com | Faridabad

photo no 01 (1)

श्री सिद्घदाता आश्रम स्थित अन्नपूर्णा रसोई में चपाती मेकर से बनती रोटियां।

photo no 02

श्री सिद्घदाता आश्रम स्थित अन्नपूर्णा रसोई में सेवा करते भक्तजन।

फरीदाबाद। अरावली की पहाडि़यों पर स्थापित श्री सिद्घदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम आज श्री रामानुज संप्रदाय के तीर्थ क्षेत्र रूप में विख्यात है। यह आध्यात्मिक केंद्र देश विदेश के असंख्य लोगों की आस्था का केंद्र है। इस केंद्र पर आने वालों के लिए बहुत कुछ ऐसा है जो भक्तों को सेवा, सुमिरन, संकीर्तन के लिए प्रेरित करता है और यही इस तीर्थ क्षेत्र की स्थापना का मूल उद्देश्य भी है।
इसी कड़ी में यहां भूखे को अन्न और प्यासे को पानी देने की भी परंपरा है, जिसका बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। यहां पर आने वाले हर व्यक्ति को निशुल्क भोजन प्रसाद मिलता है। संप्रदाय में जगद्गुरु की उपाधि से विभूषित संस्थापक स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की इच्छा रहती थी कि यहां से कोई भूखा न लौटे। उन्होंने जरूरत पडऩे पर खुद भी भक्तों को भोजन परोसा। आज उनकी ही प्रेरणा से वर्तमान पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज ने अन्नपूर्णा रसोई को और विशाल रूप दिया है। जहां लोगों को भोजन प्रसाद बनाते और प्रान्त करते तृप्ति के भाव में सहज ही देखा जा सकता है।
स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी कहते हैं कि जब आदमी को भोजन मिल जाएगा, तो उसका मन भी भजन में लग जाएगा।
कब कब क्या मिलता है यहां
यहां सुबह सात बजे भगवान को लगने वाले खीर व खिचड़ी प्रसाद आम जन में वितरित किया जाता है। इसी समय लोगों को चाय भी प्रान्त होती है। दोपहर एक बजे लंगर, शाम पांच बजे चाय प्रसाद और रात्रि में आठ बजे सभी को भोजन प्रान्त होता है। इस निशुल्क सेवा का लाभ यहां पर रोज हजारों लोग उठाते हैं।
एक घंटे में बनती हैं दो हजार चपाती
बड़े कार्यक्रमों में आने वाली संगत को देखते हुए चपाती बनाने वाली दो मशीनें रसोई घर में स्थापित की गई हैं। इन मशीनों से एक घंटे में करीब दो हजार चपातियां बनाई जा सकती हैं। हालांकि आम दिनों में चपाती और पूड़ी बेलने का काम सेवा में रत दर्जनों भक्त करते हैं।
गुरूकृपा मान, कर रहे रसोई सेवा
रोज यहां पर चपाती-पूड़ी बेलने के लिए दर्जनों महिलाएं चली आती हैं। जिनका मानना है कि वह अपने गुरूजी के बताए मार्ग पर सेवा कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। आटा गूंधने, सब्जी काटने, बर्तन साफ करने से उनका मन निर्मल होता है।
गुरू प्रसाद मान, प्राप्त कर रहे भोजन
भोजन बनाने के साथ साथ प्राप्त करने वालों का भी भाव आह्लादित करने वाला है। बाबा कहते हैं कि यह भोजन नहीं लोगों के दुखों को हरने वाला आशीर्वाद है, जिसे वह प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
नित बदलता है भोजन
इस प्रसाद को रूचिकर बनाए रखने के लिए इसके मैन्यू में निरंतर बदलाव किए जाते हैं। प्रयास होता है कि नित कुछ बदलकर लोगों को प्राप्त हो। भोजन प्रसाद में चपाती, पूड़ी, चावल, छाछ, कढ़ी, हलुआ, खीर और कई प्रकार की सब्जियों को बदल बदलकर बनाकर परोसा जाता है।
तीर्थ क्षेत्र का भोजन भगवान की कृपा होती है
श्री सिद्घदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिपति अनंत श्री विभूषित श्रीमद् जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज का कहना है कि तीर्थ क्षेत्र में मिलने वाले भोजन में भगवान की कृपा और गुरू का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए हमारी इच्छा यही रहती है कि यहां आने वाला व्यक्ति प्रसाद जरूर लेकर जाए।

बक Lol

आप गली गली हनुमान चालीसा क्यों पढ़ रहे हैं?

mm

Published

on

Continue Reading

बक Lol

7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है  

mm

Published

on

7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है | WhiteMirchi 

Continue Reading

वाह ज़िन्दगी

स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज से मिले

mm

Published

on

फरीदाबाद। जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति के फरीदाबाद जिलाध्यक्ष अमर बंसल छाडिया की अगुवाई में अन्य सदस्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज(अयोध्या वाले) से वृंदावन जाकर मिले और उनसे आशीर्वाद लिया तथा उन्हें रामेश्वरम धाम मे होने जा रही श्री राम कथा के लिए भी आमत्रंण दिया इस मौके पर अमर बंसल ने बताया कि पुज्य स्वामी राघवाचार्य जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के भी गुरूजी है और उनकी पारिवारिक कथा भी वे ही करते है। उन्होनें बताया कि पिछले साल बद्रीनाथ जी धाम मे जो सबसे पहली भागवत कथा हुई थी वह उन्हीें के सानिध्य में हुई थी। इस वर्ष दूसरी श्री राम कथा सितम्बर माह मे रामेश्वरम धाम मे उन्हीें के सानिध्य में होने जा रही है। इस कथा मे भी देश के कोने कोने से लगभग 150 परिवार कथा सुनने के लिए रामेश्वरम धाम पहुंचेगे। श्री बसंल ने बताया कि जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति, का लक्ष्य चारो धाम पर कथा करवाने का है। इस मौके पर रान्ती देव गुप्ता,अनूप गुप्ता,प्रेम पसरीजा,सतीश गर्ग,अनिल गर्ग,सुरेश गोयल,कैलाश शर्मा सेक्टर-11 व दिनेश गोयनका उपस्थित थे।

Continue Reading
सिटी न्यूज़2 days ago

नीति और नीयत के खरे बनने की शपथ लें वकील  – राजश्री

सिटी न्यूज़5 days ago

किसने कहा जाति छोडो, भारत जोड़ो | WhiteMirchi

बक Lol3 weeks ago

आप गली गली हनुमान चालीसा क्यों पढ़ रहे हैं?

बक Lol1 month ago

7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है  

बक Lol2 months ago

आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए बचाएं जल – प्रभाकर 

सिटी न्यूज़2 months ago

एनडीए, एनए व सीडीएस की परीक्षा 16 को, डीसी ने की रिहर्सल  

बक Lol2 months ago

रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं : मूलचंद शर्मा

सिटी न्यूज़2 months ago

सीएम अनाउंसमेंट को समय सीमा में पूर्ण करने के आदेश 

सिटी न्यूज़2 months ago

फसल की गिरदावरी व खरीद न होने को लेकर आप ने दिया ज्ञापन

सिटी न्यूज़2 months ago

25 मई को प्रदेशभर में प्रदर्शन करेंगे  बिजली कर्मचारी  

सिटी न्यूज़5 days ago

किसने कहा जाति छोडो, भारत जोड़ो | WhiteMirchi

बक Lol3 weeks ago

आप गली गली हनुमान चालीसा क्यों पढ़ रहे हैं?

बक Lol1 month ago

7400 वें हनुमान चालीसा और राजनीति का आपस में क्या कोई रिश्ता है  

सिटी न्यूज़4 months ago

कुंदन स्कूल में IAS जीतेन्द्र यादव रह गए दंग | WhiteMirchi 

सिटी न्यूज़4 months ago

Joshimath के लिए 25 लाख की राहत सामग्री को CM Manohar Lal ने दिखाई झंडी

वाह ज़िन्दगी4 months ago

क्या DIVINE HEALING से सही हो सकती है DIABETES | WhiteMirchi 

सिटी न्यूज़4 months ago

प्राइवेट स्कूल्स में फ्री पढ़ने के लिए टेस्ट 12 फरवरी को 

बक Lol4 months ago

Kissagoi : एक वेश्या का बेटा लड़की बन गया? by Shakun Raghuvanshi

बक Lol4 months ago

वो कौन है और क्यों 35 साल की उम्र में 3 बच्चों संग शादी से बाहर निकल गयी? किस्सागोई by शकुन रघुवंशी

रूह-ब-रूह4 months ago

क्यों नेताओं को खरी खरी सुना गए राष्ट्र कवि दिनेश रघुवंशी। WhiteMirchi

लोकप्रिय