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क्या ये है नेहरू के भारत की कल्पना?
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भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत का सपना देखा था| नेहरू अक्सर कहते थे कि बच्चे देश का भविष्य है शायद यही कारण है कि वो बच्चों से देश के भविष्य की कल्पना करते थे| नेहरू के जाने के सालों बाद देश उनकी जयंती पर बाल दिवस तो मनाता है लेकिन सड़कों पर भीख मांग रहे बच्चों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता| जिन बच्चों की पढ़ने-लिखने की उम्र होती है वो सड़कों पर भीख मांगते नज़र आते है क्या ऐसे में बच्चे देश का भविष्य बन पाएंगे|
सड़कों पर भीख मांगता बचपन
दरअसल, देश में जगह-जगह नाबालिग बच्चे भीख मांगते या काम करते नज़र आते हैं| कुछ महीने पहले केंद्रीय बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने खुद ये बात मानी थी और उन्होंने दिल्ली पुलिस को इसको लेकर निर्देश दिए थे कि नाबालिग से किसी भी कम्पनी में काम न करवाए जाये अगर ऐसा होता दिखा तो उस पर उचित कार्यवाही की जाएगी हालांकि इन बच्चों के लिए शायद ही अभी तक कोई कदम उठाया गया हो| बाजारों, ट्रैफिक सिग्नलों और मेट्रो स्टेशनों के एंट्री/एग्जिट पॉइंट्स पर आज भी इनकी संख्या बहुत अधिक है|
भीख मांगना बच्चों की असल समस्या
वहीं बात देश की राजधानी की करें तो बच्चों का भीख मांगना असल समस्या है| पिछले दिनों न्यायालय के आदेशानुसार भीख मांगने वालों पर दिल्ली पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करती है ये सही भी है, न्यायालय के आदेशानुसार हर व्यक्ति को रोटी मांगने का अधिकार है इसी क्रम में बच्चों के भीख मांगने के मामले में एक बड़ा पेच पुलिस का सामने भी फंस जाता है| अधिकतर मामलों में ये पहचानना भी मुश्किल हो जाता है कि ये बच्चे स्वेच्छा से भीख मांग रहे हैं या इनसे जबर्दस्ती भीख मंगवाई जा रही है कई बार ये छोटे-छोटे बच्चे ही नशा करते हुए पकड़े जाते हैं ऐसे में यह पहचानना भी मुश्किल हो जाता है कि जो लोग वाकई में इनके माता-पिता बन रहे हैं वह इनके माता-पिता है भी या नहीं|
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के बीच चाचा नेहरू नाम से प्रसिद्ध पंडित जवाहरलाल नेहरू जिन्होंने आधुनिक भारत की कल्पना शायद ही कभी इन मायनों में कि थी कि इस भारत में उनके सबसे प्रिय नन्हे सिपाही ट्रैफिक सिग्नलों पर भीख मांगेंगे और चीज़ें बेचेंगे| नेहरू कहते थे कि बच्चे देश की वास्तविक ताकत और समाज की नींव हैं वो कहते थे कि बच्चे कलियों की तरह होते हैं जिन्हें सही शिक्षा के जरिए ही सही दिशा दी जा सकती है| हर वर्ष उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में तो मनाया जाता है लेकिन आज सालों बाद भी उनका ये सपना साकार होता नज़र नहीं आ रहा है|
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आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए बचाएं जल – प्रभाकर
– हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रभाकर कुमार वर्मा ने किया तालाब के पुर्नउद्धार कार्य का क्रमवार निरीक्षण
फरीदाबाद। हरियाणा सरकार पूरी गंभीरता के साथ कार्य करते हुए जल संरक्षण की दिशा में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निरंतर प्रयास कर रही हैं। यह प्रयास तभी सार्थक होंगे जब ज्यादा से ज्यादा आमजन इसमें अपना योगदान देंगे। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रभाकर कुमार वर्मा ने आज मंगलवार को धौज, तिगांव, छांयसा, और हीरापुर के गावों के तालाब के पुर्नउद्धार कार्य का क्रमवार निरिक्षण किया।
उन्होंने कहा कि जिला फरीदाबाद में 75 तालाबों का अमृत सरोवर योजना के तहत पुर्नउद्धार कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सभी गांवों के ऐसे तालाब चयनित किए हैं जो खत्म होते जा रहे हैं। इसके तहत शुरुआती चरण में प्रदेश के प्रत्येक जिला में 75 तालाबों का पुर्नउद्धार किया जाएगा। इसी के तहत धौज, तिगांव, छांयसा, और हीरापुर के गावों के तालाब को भी चयनित किया गया है। इन तालाबों के चारों तरफ सुंदर पगडंडी बनाई जाएगी और इसके चारों तरफ घूमने के लिए ट्रैक होगा, लाइट लगाएंगे, पौधारोपण भी किया जाएगा। यह तालाब गांव के विकास में फिर से अपना योगदान देगा। हम सबको सामूहिक रूप से सभी को मिलकर तालाबों के उद्धार का जिम्मा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल है तो जीवन है और ग्रामीणों से अपील है कि वह गांव के तालाबों में गंदगी न फैलाएं। जल संरक्षण आने वाले समय की आवश्यकता है तथा हर स्तर पर जल का समुचित उपयोग करने पर अभी से बल देना होगा तभी हम भावी पीढ़ी के लिए जल बचा सकेंगे। हरियाणा सरकार स्थायी जल संरक्षण के क्षेत्र में अपने लोगों की जरूरतों को पूरा करने में सक्रिय भूमिका निभा रही है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि हम सभी को जल संरक्षण के साथ-साथ जल प्रबंधन पर भी विचार करना होगा।
उन्होंने गावों के सरपंचो से कहाकि वह अपने गावों में एक नई प्रथा चलाए गांव के किसी भी व्यक्ति के घर शादी हो या किसी से बच्चे का जन्मदिन तो उनके नाम से एक पेड़ लगवाए और उसकी देखरेख की जिम्मेदारी उन्हें दे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की तालाबों पर अवैध अतिक्रमण ना होने दे और पुर्नउद्धार कार्य को समयानुसार पूरा करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी श्रुति, एसडीओ सुरेंदर सिंह, सरपंच शहीद, सरपंच वेद प्रकाश, तारीफ़ खान, शाकिर एहमद सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।