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वाह ज़िन्दगी

श्री सिद्घदाता आश्रम में सबके लिए निशुल्क भोजन

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श्री सिद्घदाता आश्रम में हर आने वाले के लिए भोजन की व्यवस्था
एक घंटे में दो हजार चपातियां बनाती चपाती मेकर मशीन

whitemirchi.com | Faridabad

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श्री सिद्घदाता आश्रम स्थित अन्नपूर्णा रसोई में चपाती मेकर से बनती रोटियां।

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श्री सिद्घदाता आश्रम स्थित अन्नपूर्णा रसोई में सेवा करते भक्तजन।

फरीदाबाद। अरावली की पहाडि़यों पर स्थापित श्री सिद्घदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम आज श्री रामानुज संप्रदाय के तीर्थ क्षेत्र रूप में विख्यात है। यह आध्यात्मिक केंद्र देश विदेश के असंख्य लोगों की आस्था का केंद्र है। इस केंद्र पर आने वालों के लिए बहुत कुछ ऐसा है जो भक्तों को सेवा, सुमिरन, संकीर्तन के लिए प्रेरित करता है और यही इस तीर्थ क्षेत्र की स्थापना का मूल उद्देश्य भी है।
इसी कड़ी में यहां भूखे को अन्न और प्यासे को पानी देने की भी परंपरा है, जिसका बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। यहां पर आने वाले हर व्यक्ति को निशुल्क भोजन प्रसाद मिलता है। संप्रदाय में जगद्गुरु की उपाधि से विभूषित संस्थापक स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की इच्छा रहती थी कि यहां से कोई भूखा न लौटे। उन्होंने जरूरत पडऩे पर खुद भी भक्तों को भोजन परोसा। आज उनकी ही प्रेरणा से वर्तमान पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज ने अन्नपूर्णा रसोई को और विशाल रूप दिया है। जहां लोगों को भोजन प्रसाद बनाते और प्रान्त करते तृप्ति के भाव में सहज ही देखा जा सकता है।
स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी कहते हैं कि जब आदमी को भोजन मिल जाएगा, तो उसका मन भी भजन में लग जाएगा।
कब कब क्या मिलता है यहां
यहां सुबह सात बजे भगवान को लगने वाले खीर व खिचड़ी प्रसाद आम जन में वितरित किया जाता है। इसी समय लोगों को चाय भी प्रान्त होती है। दोपहर एक बजे लंगर, शाम पांच बजे चाय प्रसाद और रात्रि में आठ बजे सभी को भोजन प्रान्त होता है। इस निशुल्क सेवा का लाभ यहां पर रोज हजारों लोग उठाते हैं।
एक घंटे में बनती हैं दो हजार चपाती
बड़े कार्यक्रमों में आने वाली संगत को देखते हुए चपाती बनाने वाली दो मशीनें रसोई घर में स्थापित की गई हैं। इन मशीनों से एक घंटे में करीब दो हजार चपातियां बनाई जा सकती हैं। हालांकि आम दिनों में चपाती और पूड़ी बेलने का काम सेवा में रत दर्जनों भक्त करते हैं।
गुरूकृपा मान, कर रहे रसोई सेवा
रोज यहां पर चपाती-पूड़ी बेलने के लिए दर्जनों महिलाएं चली आती हैं। जिनका मानना है कि वह अपने गुरूजी के बताए मार्ग पर सेवा कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। आटा गूंधने, सब्जी काटने, बर्तन साफ करने से उनका मन निर्मल होता है।
गुरू प्रसाद मान, प्राप्त कर रहे भोजन
भोजन बनाने के साथ साथ प्राप्त करने वालों का भी भाव आह्लादित करने वाला है। बाबा कहते हैं कि यह भोजन नहीं लोगों के दुखों को हरने वाला आशीर्वाद है, जिसे वह प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
नित बदलता है भोजन
इस प्रसाद को रूचिकर बनाए रखने के लिए इसके मैन्यू में निरंतर बदलाव किए जाते हैं। प्रयास होता है कि नित कुछ बदलकर लोगों को प्राप्त हो। भोजन प्रसाद में चपाती, पूड़ी, चावल, छाछ, कढ़ी, हलुआ, खीर और कई प्रकार की सब्जियों को बदल बदलकर बनाकर परोसा जाता है।
तीर्थ क्षेत्र का भोजन भगवान की कृपा होती है
श्री सिद्घदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिपति अनंत श्री विभूषित श्रीमद् जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज का कहना है कि तीर्थ क्षेत्र में मिलने वाले भोजन में भगवान की कृपा और गुरू का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए हमारी इच्छा यही रहती है कि यहां आने वाला व्यक्ति प्रसाद जरूर लेकर जाए।

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स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज से मिले

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फरीदाबाद। जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति के फरीदाबाद जिलाध्यक्ष अमर बंसल छाडिया की अगुवाई में अन्य सदस्य स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज(अयोध्या वाले) से वृंदावन जाकर मिले और उनसे आशीर्वाद लिया तथा उन्हें रामेश्वरम धाम मे होने जा रही श्री राम कथा के लिए भी आमत्रंण दिया इस मौके पर अमर बंसल ने बताया कि पुज्य स्वामी राघवाचार्य जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के भी गुरूजी है और उनकी पारिवारिक कथा भी वे ही करते है। उन्होनें बताया कि पिछले साल बद्रीनाथ जी धाम मे जो सबसे पहली भागवत कथा हुई थी वह उन्हीें के सानिध्य में हुई थी। इस वर्ष दूसरी श्री राम कथा सितम्बर माह मे रामेश्वरम धाम मे उन्हीें के सानिध्य में होने जा रही है। इस कथा मे भी देश के कोने कोने से लगभग 150 परिवार कथा सुनने के लिए रामेश्वरम धाम पहुंचेगे। श्री बसंल ने बताया कि जय बद्रीविशाल सेवा सदन समिति, का लक्ष्य चारो धाम पर कथा करवाने का है। इस मौके पर रान्ती देव गुप्ता,अनूप गुप्ता,प्रेम पसरीजा,सतीश गर्ग,अनिल गर्ग,सुरेश गोयल,कैलाश शर्मा सेक्टर-11 व दिनेश गोयनका उपस्थित थे।

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