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कैसे मिला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को ‘कौल’ गोत्र

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बात 2 मई 1991 की है देश में आम चुनाव का माहौल था| राजीव गाँधी की कांग्रेस पार्टी विपक्ष में थी और मन जा रहा था कि राजीव गाँधी वापसी कर सकते हैं| राजीव गाँधी का पुष्कर से कुछ खास लगाव था तपती धूप में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के बीच पुष्कर के ब्रम्हा मंदिर में आकर संकल्प लिया था| जब राजीव गाँधी कांग्रेस पार्टी के महासचिव थे तो पहली बार पुष्कर 1983 में आए थे| बतौर प्रधानमंत्री भी वे 1989 में आए और ब्रम्हा जी की पूजा अर्चना की|
लेकिन 1991 में पुष्कर यात्रा के कुछ दिन बाद ही राजीव गाँधी तमिलनाडु में बम धमाके के शिकार हो गए| उनकी मृत्यु के बाद उनकी अस्थियों का विसर्जन पुष्कर में ही किया गया| पुजारी ने बताया कि राहुल का गोत्र दत्तात्रेय है और वह एक कश्मीरी ब्राह्मण हैं| मोतीलाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी, मेनका गांधी और सोनिया गांधी भी पुष्कर आकर पूजा कर चुके हैं और इसका रिकॉर्ड मौजूद है| पुजारी दीनानाथ कौल ने यह भी दावा किया कि उनके पास ऐसे पुराने दस्तावेज मौजूद हैं जिनमें उनके वंशवृक्ष का रिकॉर्ड मिलता है|
बता दें कि गोत्र एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है- वंशावली हिंदू धर्म में हर वंश के सदस्य का जन्म के आधार पर एक गोत्र होता है| यह गोत्र पिता के गोत्र पर मिलता है क्योंकि हिंदू धर्म में पिता के नाम से ही वंश चलता है| हिंदुओं की वंशावली सप्तऋषि परंपरा से जुड़ी हुई है| हर शख्स को अपना गोत्र सप्तऋषियों में से एक ऋषि से मिलता है| समाज में विकास के साथ-साथ गोत्रों की संख्या भी बढ़ती गई हालांकि ब्राह्मणों के मूल रूप से 7 गोत्र बताए जाते हैं- अंगिरा, गौतम, भारद्वाज, विश्वामित्र, वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, अगस्त्य| ये सात ऋषि आगे चल कर गोत्रकर्ता या वंश चलाने वाले हुए इन गोत्रों के अलावा 49 अन्य गोत्र भी हैं जिन्हें प्रवर कहा जाता है लेकिन दत्तात्रेय का इनमें भी जिक्र नहीं है कौल शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द कुल से हुई है| कश्मीरी पंडित इसे सरनेम के तौर पर इस्तेमाल करते हैं| कौल का संबंध शैव संप्रदाय से माना जाता है|
नेहरू कश्मीरी पंडित थे और इस परिवार का मूल टाइटल कौल था| जवाहरलाल नेहरू के पूर्वज ‘राज कौल’ 18वीं सदी में दिल्ली के मुगल दरबार में आ गए थे| शहर में कौलों की अच्छी-खासी संख्या थी इसीलिए नेहरू के पूर्वज भी यहीं आ गए थे| ऐसा माना जाता है कि इस परिवार का नाम कौल-नेहरू एक साथ चलने लगा क्योंकि दिल्ली में इनका घर नहर के किनारे था| 19वीं सदी में कौल-नेहरू परिवार आगरा चला गया आगे चलकर कौल विलुप्त हो गया और नेहरू मुख्य रूप से रह गया| इसकी शुरुआत मोतीलाल नेहरू ने की थी उन्होंने बार काउंसिल इलाहाबाद में अपना नाम केवल मोतीलाल नेहरू लिखवाया था| जवाहरलाल नेहरू की जीवनी में जॉन लैने ने लिखा है कि नेहरू का परिवार कश्मीरी पंडित था और इनके पूर्वज राज कौल जो कि कश्मीर में संस्कृत और फारसी के विद्वान थे, वो दिल्ली आ गए थे|
कौल शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द कुल से हुई है| कश्मीरी पंडित इसे सरनेम के तौर पर इस्तेमाल करते हैं| कौल का संबंध शैव संप्रदाय से माना जाता है| नेहरू कश्मीरी पंडित थे और इस परिवार का मूल टाइटल कौल था| जवाहरलाल नेहरू के पूर्वज ‘राज कौल’ 18वीं सदी में दिल्ली के मुगल दरबार में आ गए थे| शहर में कौलों की अच्छी-खासी संख्या थी इसीलिए नेहरू के पूर्वज भी यहीं आ गए थे| ऐसा माना जाता है कि इस परिवार का नाम कौल-नेहरू एक साथ चलने लगा क्योंकि दिल्ली में इनका घर नहर के किनारे था|
19वीं सदी में कौल-नेहरू परिवार आगरा चला गया आगे चलकर कौल विलुप्त हो गया और नेहरू मुख्य रूप से रह गया| इसकी शुरुआत मोतीलाल नेहरू ने की थी उन्होंने बार काउंसिल इलाहाबाद में अपना नाम केवल मोतीलाल नेहरू लिखवाया था| जवाहरलाल नेहरू की जीवनी में जॉन लैने ने लिखा है कि नेहरू का परिवार कश्मीरी पंडित था और इनके पूर्वज राज कौल जो कि कश्मीर में संस्कृत और फारसी के विद्वान थे, वो दिल्ली आ गए थे| जवाहर लाल नेहरू की इकलौती बेटी और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पारसी फिरोज गांधी से शादी की| फिरोज और इंदिरा की शादी से नेहरू खुश नहीं थे दोनों ने महात्मा गांधी के हस्तक्षेप के बाद शादी इलाहाबाद में की थी जिसके बाद फिरोज को महात्मा गांधी ने अपना सरनेम भी दिया|
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सेक्टर 56, 56ए में नागरिकों ने बनाया पुलिस पोस्ट

स्थानीय आरडब्ल्यूए के प्रधान सतीश फौगाट के नेतृत्व में स्थानीय निवासियों ने कायम की मिसाल
फरीदाबाद। आरडब्ल्यूए सेक्टर 56, 56ए ने सुरक्षा के लिए प्रशासन को कोसने की जगह खुद पहल कर एक मिसाल कायम कर दी है। आरडब्ल्यूए ने प्रधान डॉ सतीश फौगाट के नेतृत्व में सेक्टर 56 में एक चेक पोस्ट तैयार कर पुलिस को दे दी। इससे अब वहां अमन चैन की बहाली में पुलिस को सहयोग मिलेगा।
इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में एसएचओ सेक्टर-58 अनिल कुमार, इंचार्ज सेक्टर-55 रविंद्र कादियान को यह चेक पोस्ट जनसेवा के लिए समर्पित की गई। जिनका स्थानीय निवासियों ने बुके व फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। पुलिस अधिकारियों ने आरडब्ल्यूए की इस पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पोस्ट के बनने से यहां पुलिस नाका लगाने, संदिग्ध लोगों पर नजर रखने, सेक्टर के निवासियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर आरडब्ल्यूए के प्रधान डॉ. सतीश फौगाट ने कहा कि सेक्टरवासी सुकून और सुरक्षित माहौल में रहें, यह उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। इस बारे में उन्होंने स्थानीय लोगों से वार्ता कर और पुलिस विभाग के साथ मंजूरी के साथ एक चेकपोस्ट का निर्माण किया। जिसे आज सैक्टर-55 पुलिस बल को सौंप रहे हैं।
डॉ फौगाट ने बताया कि इस चेक पोस्ट के बनने से मार्किट के भीड़ भाड वाले क्षेत्र और आस पास बने हजारों फ्लैटों में रहने वाले रहवासियों का जीवन पहले से अधिक सुरक्षित रह सकेगा। ऐसा करके हजारे सेक्टरवासियों ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बढ़ चढक़र अपनी सुरक्षा अपने हाथ का नारा भी साकार किया है। इस अवसर पर महासचिव दीपक अत्री, वरिष्ठ उपप्रधान के.डी. शर्मा, कोषाध्यक्ष शोएब खान, राजकुमार जिंदल, निर्मल सिंह, बच्चू सिंह, पवन मोर, ध्रुव गुप्ता, देवेंद्र, सोनू, मुस्तफी, पारस यादव, घनश्याम, ताराचंद, जेके कौशिक, श्याम पर्वा, पप्पू मौर्य, ओम शर्मा, रामकुमार, प्रेम प्रकाश, विजय पाल, प्रदीप शर्मा, राहुल शर्मा, देवेंद्र गिरी व अन्य मौजूद रहे।
फोटो- सेक्टर 56, 56ए आरडब्ल्यूए के सहयोग से निर्मित चेक पोस्ट पुलिस को समर्पित करते प्रधान डॉ सतीश फौगाट व अन्य।
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जिला प्रशासन की पहली इलेक्ट्रिक कार को उपायुक्त यशपाल ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

फरीदाबाद, 12 जनवरी। उपायुक्त यशपाल ने कहा कि आने वाले समय में पर्यावरण प्रदूषण कम करने के लए हमें इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की तरफ बढऩा होगा। इसी की शुरूआत आज हम फरीदाबाद जिला प्रशासन की पहली इलेक्ट्रिक कार के साथ कर रहे हैं। अक्षय ऊर्जा विभाग हरियाणा सरकार द्वारा यह इलेक्ट्रिक कार अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय प्रयोग के लिए दी गई है। उपायुक्त मंगलवार को लघु सचिवालय से इस इलेक्ट्रिक कार को हरी झंडी दिखा रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि अक्षय ऊर्जा विभाग द्वारा प्रदेश के चार जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम, करनाल व पंचकूला जिला को यह इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अधिक से अधिक संख्या में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करना होगा।उन्होंने बताया कि जिला का पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन भी लघु सचिवालय परिसर में शुरू किया गया है। इस 3.2 किलोवॉट के चार्जिंग स्टेशन पर इलेक्ट्रिक वाहनों की नि:शुल्क चार्जिंग की जा सकती है। इस दौरान उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में 500 स्थानों पर ई-चार्जिंग स्टेशन लगाने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य प्रत्येक तीन किलोमीटर पर ई-चार्जिंग स्टेशन की सुविधा उपलब्ध करवाना है। उन्होंने बताया कि हाईवे पर भी ई-चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध करवाने की प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ई-वाहनों के आने से पैट्रोल व डीजल से चलने वाले वाहनों की खपत काफी कम होगी। इन वाहनों पर सरकार की तरफ से सब्सिडी भी दी जा रही है। जिला प्रशासन को इलेक्ट्रिक कार मिली है वह टाटा कंपनी की नेक्सन ईवी कार है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, सहायक परियोजना अधिकारी रविकांत शर्मा भी मौजूद थे।
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16 जनवरी से हरियाणा में शुरू होगा वैक्सीनेशन, जानिए कब किसको मिलेगी डोज

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके तहत राज्य के तीन वर्गों के करीब 67 लाख लोगों को कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण किया जाएगा।
श्री विज ने बताया कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए हरियाणा सरकार द्वारा हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर, 50 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों तथा 50 से कम आयु के शुगर, हार्ट इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इनमें हरियाणा के हेल्थ केयर वर्कर की संख्या दो लाख होगी जबकि फ्रंटलाइन पर काम करने वाले वर्कर्स लगभग 4.50 लाख होंगे। फ्रंटलाइन वर्कर्स में निकाय कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिस, सिविल डिफेंस के कर्मचारी, जेल का स्टाफ तथा राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल होंगे। इसी प्रकार 50 वर्ष से अधिक लोगों की संख्या 58 लाख होगी जबकि 50 वर्ष से कम आयु के अन्य बीमारियों से पीडि़त करीब सवा दो लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 16 जनवरी को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे। इस दौरान हेल्थ वर्कर को वैक्सीनेशन के लिए हरियाणा में 107 सेशन साइट रहेंगी, जिन्हें बाद बढाकर 700 किया जाएगा। इन साइट्स पर प्रदेश के करीब दो लाख हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण होगा। इसके लिए 5044 वैक्सीनेटर ने स्वयं को को-विन पर पंजीकृत किया है। इसी प्रकार 765 जन स्वास्थ्य सुविधाएं, 3634 प्राइवेट हेल्थ फैसिलिटी का पंजीकरण हुआ है। ऐसे ही 1005 सुपरवाइजर और 18921 सोशल साइट्स को-विन पर पंजीकृत हुए हैं।
श्री विज ने बताया कि प्रदेश में कोल्ड चेन को कायम रखने की उचित व्यवस्था है। कोविड-19 की वैक्सीन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक राज्यस्तरीय वैक्सीन स्टोर बनाया गया है। इसके अलावा हिसार, गुरुग्राम, रोहतक और कुरुक्षेत्र में क्षेत्रीय वैक्सीन सेंटर रहेंगे। राज्य के सभी 22 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर होंगे, इतना ही नहीं हरियाणा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक 659 कोल्ड चैन पॉइंट बनाए गए हैं। हरियाणा के सभी जिलों में 22 इंसुलेटेड वैक्सीन वैन उपलब्ध रहेंगी तथा कोविड-19 के लिए सूक्ष्म योजना (माइक्रो प्लान ) तैयार की गई है जो कि सभी जिलों में प्रेषित कर दी गई है।